मॉनिटर क्या है?(Monitor kya hai in Hindi) इसके बारे में ज्यादतर लोग तो जानते हि हैं। हम लोग मॉनिटर का उपयोग विडियो, मूवीज देखने, गेमिंग, कोडिंग करने, और ऑफिस के कार्यो के लिए करते हैं। मॉनिटर को विसुअल डिस्प्ले यूनिट भी कहा जाता हैं।
यह एक आउटपुट डिवाइस होता हैं इसको हम अपने हाथो से छु सकते हैं यह कंप्यूटर में हो रहे कार्य को सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रदर्शित करता हैं।
दोस्तों आज के समय में ज्यादातर कार्य कंप्यूटर में हि होते है क्योकिं कंप्यूटर हमारे कार्यो को आसान और जल्दी कर देता हैं लेकिन क्या आपको पता हैं मॉनिटर एक ऐसी चीज़ हैं जिसके बिना कंप्यूटर अधूरा हैं।
मॉनिटर की मदद से हि हम लोग देख पाते हैं की कंप्यूटर में क्या हो रहा हैं। यदि मॉनिटर न हो तो हम लोग कभी कंप्यूटर को इस्नतेमाल ही नही कर पायेंगे।
आज के समय टेक्नोलॉजी बहुत हे आगे जा चुकी हैं जिसका मॉनिटर पे भी काफी फर्क पड़ा हैं एक अच्छा मॉनिटर यूजर के ओवरआल experience को अच्छा बना सकता है यूजर के experience को अच्छा करने के चाक्कर में आज कई प्रकार के मॉनीटर्स की खोज कर लिए गयी हैं जिसके बारे में आपको आगे जानने को मिलेगा।
आज की पोस्ट में हम जानेगें की मॉनिटर क्या है?(Monitor kya hai in Hindi)मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं ?मॉनिटर की खोज किसने की थी?मॉनिटर की क्या विशेषताएँ होती हैं ? मॉनिटर का पूरा नाम क्या होता हैं मॉनिटर के फायदे और नुकसान क्या हैं? इसके अलावा मॉनिटर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आसान भाषा हिंदी में आपको इस पोस्ट के जरिये मिलेगी।
मॉनिटर क्या हैं (What is monitor in hindi)
Monitor kya hai in Hindi मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस हैं जिसकी सहायता से कंप्यूटर में माउस और कीबोर्ड के द्वारा दिए गये इनपुट को देखा जा सकता हैं मॉनिटर दिए गये इनपुट को विडियो, इमेज, और text के रूप में दिखता हैं
इसके अलावा मॉनिटर को video display, video screen, display, screen, visual display terminal आदि नामो से जाना जाता हैं
मॉनिटर को विडियो डिस्प्ले टर्मिनल और विसुअल डिस्प्ले यूनिट के नाम से भी जाना जाता हैं यह motherboard से विडियो कार्ड के द्वारा कंप्यूटर में दिए गये इनपुट को दिखता हैं और मॉनिटर CPU से VGA और HDMI जैसी कई अन्य केबल के माध्यम से जुड़ा होता हैं
देखने में तो मॉनिटर और टीवी काफी हद तक एक जैसे हि दिखते हैं परन्तु टीवी में tuner के options दिए होते हैं जिसकी सहायता से से टीवी चैनलों और आवाज का कंट्रोल किया जाता हैं वहीं मॉनिटर में टीवी के मुकाबले ज्यादा pixels और graphics होते हिं जिसके वजह से हमे मॉनिटर में ज्यादा अच्छी क्वालिटी मिल पाती हैं
आज के समय में फ्लैट मॉनिटर टेक्नोलॉजी का उपयोग करके मॉनिटर बनाये जा रहे हैं जिसका फायदा ये है की इससे बनने वाले मॉनिटर पतले और बड़े बनते है जो की जगह भी कम घेरते हैं
मॉनिटर का पूरा नाम (Monitor Full Form in Hindi)
Monitor kya hai in Hindi जानने के बाद हम जानते हैं की मॉनिटर का पूरा नाम अर्थात फुल फॉर्म निम्नप्रकार हैं-
Machine Output Number Of Information To Organize Report
- M- Monitor(मॉनिटर)
- O- Output(आउटपुट)
- N- Number(नंबर)
- I- Information(इनफार्मेशन)
- O- Organize(ओर्गानिज़)
- R- Report(रिपोर्ट)
मॉनिटर का क्या अर्थ है? (Definition of Monitor on Hindi)
टेलीविज़न के समान परदे पर चित्र आदि दिखाने वाली मशीन; कंप्यूटर सूचना-सामग्री प्रदर्शित करने वाला परदा, कंप्यूटर का मानिटर
A machine that shows information or pictures on a screen like a television; a screen that shows information from a computer.
सीधे शब्दों में कहा जाये तो मॉनिटर एक ऐसी मशीन है जो की हमें विडियो, फोटो और text को व्यवस्थित करके दिखाती हैं
मॉनिटर की खोज किसने की (Who Invent Monitor in Hindi)
मॉनिटर की खोज कार्ल फर्डीनांड ब्राउन(Karl Ferdinand Braun) के द्वारा 1897 ईसवी में हुआ था मुख्यता यह एक कैथोड रे मॉनिटर था जो की इस दुनिया का पहेला मॉनिटर था
मॉनिटर्स का इतिहास(History of Monitors)
- सबसे पहले 1964 मैं Uniscope 300 नामक machine में एक इन बिल्ट CRT टेक्नोलॉजी को उपयोग किया गया था इसका मतलब ये नही की इस समय ये मॉनिटर बन चूका था वास्तव में तो ये एक असली मॉनिटर था ही नही लेकिन हा यहाँ से मॉनिटर की एक स्टार्ट जरुर हुई थी
- इसके एक साल बाद A. Johnson ने स्क्रीन को टच करने वाली टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया जिसके द्वारा हम स्क्रीन को छु करके इस्तेमाल करते हैं
- फिर 1 मार्च 1973 को Xerox Alto Computer लॉन्च किया गया इस कंप्यूटर में सबसे पहेला मॉनिटर इस्तेमाल किया गया थाइसमें CRT Technology और Monochrome Display का इस्तेमाल किया गया था
- इसके बाद में George Samuel Hurst ने 1975 में सबसे पहला resistive(प्रतिरोधक ) टच स्क्रीन डिस्प्ले बनाया जिसको सिर्फ 1982 तक हे इस्तेमाल किया गया
- इसके बाद 1976 में Apple I और Sol-20 कंप्यूटर के सिस्टम को लॉन्च किया गयाइसके अंदर एक विडियो पोर्ट होता था जिसके माध्यम से कोई स्क्रीन जोड़कर उसमे आउटपुट दिखाया जा सकता था
- 1977 में LED Display Technology का आविष्कार James P. Mitchell ने किया लेकिन इसको मार्किट में आने में 30 वर्ष लग गये
- इसके बाद Apple ने 1977 में Apple-II लॉन्च किया जिसमे CRT मॉनिटर को Colour Display की अनुमति मिल गयी
- इसके बाद IBM ने 1987 में ibm 8513 नाम का एक मॉनिटर लॉन्च किया जो की एक VGA मॉनिटर था
- वहीं 1990 में Eizo Nanao ने Eizo L66 का निर्माण किया , जो कंप्यूटर का पहला LCD मॉनिटर था
- 1997 में IBM, Viewsonic, और Apple ने colourful LCD मॉनिटर बनाये . यह CRT मॉनिटर की तुलना में ज्यादा Quality और Resolution प्रदान करते थे. और ये कम बिजली का उपयोग करते थे
- Apple ने 1998 में सबसे पहले LCD मॉनिटर का निर्माण किया था
- 2003 के बाद मार्केट में LCD मॉनिटर आ जाने की वजह से CRT मॉनिटर की बिक्री कम हो गयी
- इसके बाद Jeff Han ने 2006 में TED मेंपहला इंटरफ़ेसफ्रीऔर और टच वेक मॉनिटर लॉन्च किये
- 2009 में NEC कंपनी में LCD मॉनिटर MultiSync EA222WMe को रिलीज़ किया किया , जो NEC का पहला मॉनिटर था.
तो कुछ इस तरह का रहा मॉनिटर का इतिहास और आज हम कितने एडवांस मॉनिटर इस्तेमालमन कर रहे हैं ये सब टेक्नोलॉजी और महान वैज्ञानिको के कारण हे संभव हो पाया
मॉनिटर के प्रकार (Types of Monitor in Hindi)
अभी तक हमने जान लिया की मॉनिटर क्या हैं? मॉनिटर का अर्थ क्या हैंमॉनिटर का इतिहास क्या है? इसके बाद अब बारी आती हैं की आखिरकार मॉनिटर होते कितने प्रकार के हैं जिन मॉनीटर्स के बारे में बताने जा रहा हु उनमे से कुछ पहले के समय इस्तेमाल जाते थे और कुछ आज के समय उपयोग किये जाते हैं
- CTR (Cathode Ray Tube)
- LCD (Liquid Crystal Display)
- LED (Light Emitting Diode)
- SED (Surface Conducted Electron Emitting Display)
- OLED(Organic Light Emitting Diode)
- Plasma Monitor
- TFT Monitor
CRT Monitors (crt monitor kya hai)
CRT का मतलब Cathode Ray Tube होता हैं इस मॉनिटरम में images display करने के लिए cathode ray को constructकी जाता हैं जिसके लिए vaccume tube, electrons guns, heater, deflection circuit और glass screen का इस्तेमाल किया जीता हैं
जब electrons produce होते हैं तो electron guns से screen पर Bombarding की जाती हैं जो इलेक्ट्रॉन बीम का उत्सर्जन करती हैं जिन्हें फॉस्फोरसेंट स्क्रीन पर images को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है
कुछ इस तरह से हम CRT मॉनिटर का इस्तेमाल कर पाते हैं लेकिन आज के समय में CRT मॉनिटर को बहुत ही कम इस्तेमाल किया जा रहा हैं क्युकी ये मॉनिटर बहुत हि भारी और ज्यादा power consution करते हैं और इनको एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में बहुत हे ज्यादा परेशानी होती हैं
CRT मॉनिटर आजकल के मॉनीटर्स से काफी सस्ते होते हैं लेकिन आज के मॉनीटर्स अधिक एडवांस होने के कारण CRT मॉनिटर उनके इतनी quality नही दे पाते हैं
LCD Monitors
LCD का फुल फॉर्म Liquid Crystal Display होता हैं ये मॉनिटर Liquid Crystal Technology पर काम करते हैं ये CRT मॉनिटर की तुलना में बहुत हलके और पतले होते हैं और बहुत कम जगह का इस्तेमाल करते हैं
ये मॉनिटर FLATE Surface में liquid के माध्यम से images display करते हैं CRT मॉनिटर के मुकाबले ये कम power consuption करती हैं इनकी graphics quality काफी अच्छी होती हैं
CRT मॉनिटर की जगह LCD मॉनिटर ने ले ली और फिर ये मॉनिटर सबसे ज्यादा बिकने लगे. ये CRT मॉनिटर के मुकाबले कम heat produce करते हैं LCD को पहले लैपटॉप में इस्तेमालकिया जाता था लेकिन इसके बाद इन्हें डेस्कटॉप में भी उपयोग में लिया जाने लगा
ये छोटी से लेकर बड़े आकार में मिल जाता हैं जैसे की आप इसे 17 इंच से 60 इच तक ले सकते हैं
LED Monitors
LED का फुल फॉर्म Light Emitting Diode होता हैं आज के समय इन्ही मॉनीटर्स को सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं ये मॉनिटर CRT और LCD के मुकाबले कम बिजली पर चलते हैं और ज्यादा environment-friendly होते हैं.
LED मॉनिटर flate और थोड़े घुमाओ वाले होते हैं ये Light Emmiting Diode का इस्तेमाल करते हैं जबकि CRT और LCD cold cathode fluorescent (CCFL) back-lighting का इस्तेमाल करते हैं LED Monitors environmnet में नकारात्मक प्रभाव नही डालते हैं लेकिन ये CRT और LCD Monitors के मुकाबले महेंगे होते हैं.
इसका फायदा ये हैं की इसमें जो images produce होती हैं वो high-contrast में होती हैं और ये काफी लम्बे समय तक चलने वाले टिकाऊ मॉनिटर होते हैं ये दुसरे मॉनिटर की तुलना में हलके और लम्बे समय तक चलने वाले होते हैं
इनमे विडियो quality काफी अच्येछी होती हैं. ये मॉनिटर पतले होने के साथ-साथ stylish भी होते हैं शायद यही कारण हैं की लोग इन्हें काफी ज्यादा पसंद करते हैं
SED Monitors
SED का फुल फॉर्म Surface Conducted Electron Emitting Display होता हैं ये मॉनिटर की display Electron Emitted Array और फॉस्फोरस परत का इस्तेमाल करके बनाये जाते हैं ये मॉनिटर CRT मॉनिटर की तुलना में 50% कम power consuption करते हैं
SED मॉनिटर को Canon और toshiba ने मिलकर बनाया था ये मॉनिटर उतने ज्यादा popular नही हुए
OLED Monitors
OLED का फुल फॉर्म Organic Light Emitting Diode होता हैं जैसा की इसके नाम में हि organic हैं ये corbon, wood, plastic और polymer जैसी चीजों से बना होता हैं खासकर इसका इस्तेमाल electricity को light में बदलने का होता हैं ये एक नई टेक्नोलॉजी हैं जो की आज के समय में काफी से मॉनीटर्स में इस्तेमाल की जा रही हैं
ये LEDs इतने सक्षम होते हैं की ये आसानी से अलग अलग कलर को उत्पन्न कर लेते हैं जिसके कारण direct electricity से light में बदलने की वजह से इसमें ज्यादा process न होने के कारण ये कम बिजली और जगह को इस्तेमाल करता हैं
इसका response time fast होने की वजह से high refresh rate provide करता हैं इसके साथ wide viewing angles, outstanding contrast levels और perfect brightness की वजह से से अब तक की सबसे अच्छी मानी जाने वाली display बन चुकी हैं
Plasma Monitors
Plasma एक और नई टेक्नोलॉजी हैं जो की सभी मॉनिटर की टेक्नोलॉजी से बिकुल अगल हैं वास्तव में ये tiny colored fluorescent lights को illuminate करती हैं और इस तरह से image pixels create होते हैं
ये display LCD की तुलना में अधिक BRIGHT होती हैं और CRT की तुलना में बहुत पतली होती हैं इनको LCD और LED की तरह दिवार ले टांग सकते हैं
प्लाज्मा मॉनिटर कुछ अच्छी चीज़े भी होती हैं जैसे की viewing angles, high refresh rates, high contrast और ज्यादा brightness इनकी वजह से इन्हें काफी पसंद किया जाता हैं
लेकिन इनमे कुछ खामिया भी होती हैं जैसे की कुछ समय के बाद इन Burn-in की समस्या देखी गयी हैं जिसके कारण इसके कलर ख़राब होने लगते हैं और इनका वजन भी बदने लगता हैं हलाकि ये बहुत हे कम cases में देखा गया हैं
मॉनिटर काम कैसे करता हैं (How monitor works)
जैसा की अभी हमने जाना की मॉनिटर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं इसके बिना कंप्यूटर को कोई अस्तित्व नही हैं इसके बिना कंप्यूटर पर कोई भी कार्य नही किया जा सकता हैं जब भी हम किसी इनपुट डिवाइस से इनपुट देते हैं तो जो कुछ भी हमे दिखाई देता हैं वो सब मॉनिटर के बिना संबव नही हैं
मॉनिटर पर दिखाई जाने वाली सभी प्रकार की विडियो,इमेज, और text सबके सब विडियो कार्ड की वजह से होता हैं जो motherboard में लगा होता हैं जब भी हम इनपुट जैसे keyboard और mouse से कुछ इनपुट देते हैं तो वो सबसे पहले CPU में जाकर प्रोसेस होता हैं जिसके बाद वह हमे हमारे मॉनिटर पर दिखाई देता हैं
मॉनिटर कनेक्टर के प्रकार (Types of Monitor Connector in Hindi)
मॉनिटर को CPU से कनेक्ट करने के लिए काफी सारे माध्यम हैं इन माध्यमो का इस्तेमाल करके हम किसी भी मॉनिटर को अपने CPU से कनेक्ट कर सकते हैं जो की निम्नप्रकार हैं
- Thunderbolt
- VGA
- DisplayPort
- DVI
- HDMI
- USB-C
Thunderbolt
यह एक हाई स्पीड डाटा transfer वाला इनपुट – आउटपुट interface हैं इसको 2011 में apple और intel के साझे में बनाया गया था ये Data Transfer और display दोनों के लिए काम करता हैं इसको 24 फरवरी 2011 से बेचना शुरू किया गया था
इसका उपयोग keyboard, mouse, display, printer, scanner आदि को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए किया जाता हैं यह DC पर कार्य करता हैं इस वजह से ये ये बहुत तेज DATA transfer करता हैं इसके पहले व दुसरे version में 20gbps की speed तक मिल जाती हैं
VGA
VGA का फुल फॉर्म Video Graphics Array होता हैं इसका उपयोग कंप्यूटर को मॉनिटर, टीवी, pojector आदि से जोड़ने के लिए किया जाता हैं ये सबसे पहले 1987 में IBM के द्वारा लॉन्च किया गया था
यह display resolution में 640×480 pixels को allow करता हैं इसका उपयोग आजकल ज्यादातर तेलेविसिओप्न में किया जाता हैं
लेकिन इसका एक upgraded version माकेट में आ चूका हैं जिसे SVGA(Super Video Graphics Array) के नाम से जाना जाता हैं और यह 1024×768 pixels तक सपोर्ट करता हैं
आज के समय में VGA का इस्तेमाल मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी आदि चीजों में बहुत कम हो गया हैं इसकी जगह HDMI और DVI केबल ने ले लिया हैं
DisplayPort
Display port एक विडियो और ऑडियो इन्तेफस होता हैं, जो की प्रोजेक्टर, मॉनिटर के साथ जोड़ा जाता हैं display port दो प्रकार के connection होते हैं
पहला स्टैण्डर्ड और दूसरा मिनी display port हैंये दोनों अलग अलग होपने के बावजूद एक सामान सिग्नल को प्रसारित करने में योग्य हैं
आज के समय में GI,HDMI, DVI और सबसे साधारण display port हैं
एक अच्छा मॉनिटर कैसे चुने?(how to Choose a good Monitor)
दोस्तों मॉनिटर आपकी जरुरतों और आपके badget पर निर्भर करता हैं यदि आपलोग अच्छी quality की image और विडियो देखना चाहते हैं तो आपके लिए बेस्ट आप्शन हैं OLED display इसमें आपको बेहत quality मिल जाती है
यदि आपलोग normal रोजाना के काम और ऑफिस के लिए ले रहे हैं तो आप कोई सा भी सामान्य कंप्यूटर भी ले सकते हैं लेकिन आप्कोमिसमे एक चीज़ का ध्यान रखना होगा की वो EYE Friendly हो
इससे होता क्या हैं की अगर आप लम्बे समय तक कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं हैं तो तो आपके आँखों में दर्द नही होगा और लंबे समय तक अपने कंप्यूटर का इस्तेमाल कर पाएंगे
लेकिन मॉनिटर लेने से फेले कुछ चीज़े हैं जिन्हें आपको जरुर ध्यान दें चाहिए
Size Selection
मॉनिटर को खरीदते समय साइज़ एक बहुत महत्वपूर्ण चीज़ बन जाती हैं क्योकि मॉनिटर बार बार खरीदने वाली चीज़ नही होती हलाकि अगर आप लोग बड़े साइज़ का मॉनिटर लेते हैं दो आपको आगे क्झ्जलकर कोई दिक्कत नही होगे वाही अगर आपने छोटी साइज़ का मोनिओत ले लिया तो आगे चलकर आपको दिक्कत हो सकती हैं
बड़े साइज़ के मॉनीटर्स में आपको सबकुछ क्लियर और बड़ा बड़ा दिखाई देता हैं जिससे उसमे स्धिक resolution भी मिलता हैं अगर आप्लोह मॉनिटर लेने जा रहे हो तो आपको बी अड़े साइज़ के मॉनीटर्स में हे रूपए इन्वेस्ट करने चाहिए
15 इंच से लेकर 30 इंच तक के मॉनिटर घर और ऑफिस के कार्यो के लिए पर्याप्त होते हैं इन्हें आपको अपने बजट के हिसाब से लेना चाहिए
Input/Output Ports
आक के समय में मार्किट में कई प्रकार के मॉनिटर आपको मिल जाते हैं कुछ तो ठीक थक दामो में मिल जाते हैं और कुछ को लेने के लिए काफी ज्यादा दाम देने पड़ते हैं लेकिन अगर मॉनिटर लेने के बाद आपको सभी पोर्ट्स नही मिलते तो आको आगे चलकर परेशानी हो सकती हैं
तो जब भी आप मॉनिटर लेने जाये तो उसमे देख ले या सभी पोर्ट्स हैंया नही-
- VGA
- HDMI
- DVI
- DISPLAY PORT
- USB Type-C
- USB Type-A
LED & LCD
मॉनिटर लेते समय आपको हमेशा उसकी साइज़ और पोर्ट्स के अलावा ये भी चेक करना हैं की आपके कार्यो के हिसाब से LED मॉनिटर सही रहेगा या LCD इसके लिए आप पुरे आर्टिकल को पढ़िए आपकों इसका जवाब मिल जायेगा
मॉनिटर्स में कलर डिस्प्ले के प्रकार (Types of Monitor Colour in Hindi)
कलर के आधार पर मॉनिटर तीन प्रकार के हैं
1. Monochrome Monitor क्या है?
Monochrome जो की दो सब्दो से मिल कर बना होता हैं सबसे पहला Mono जिसका मतलब एकल या single और दूसरा Chrome जिसका मतलब कलर होता हैं अगर इन दोनों के अर्थो को जोड़ा जाये हो बनेगा एकल कलर इसका मतलब हैं की जो black & white display होती हैं उनको मोनोक्रोम display कहते हैं
2. Grayscale Monitor क्या है?
Grayscale मॉनिटर भी मोनोक्रोम की तरह हि होते हैं ये कई प्रकार के grey shades के आउटपुट देते हैं इसको उसे करने से मॉनिटर की पूरी स्क्रीन grey कलर की हो जाती हैं इसका उपयोग ज्यादातर हैंडी कंप्यूटर या लैपटॉप में किया जाता हैं
3. Colour Monitor क्या है?
कलर मॉनिटर उच्च ग्राफ़िक्स प्रदान करते हैं क्युकी ये RGB(Red Green Blue) विकिरणोंका समायोजन करके आउटपुट प्रदर्शित करते हैं
ये RGB के सिद्धांत पर कार्य करने की वजह से उच्च resolution प्रदर्शित करते हैं इनकी छमता 16 से 16लाख कलर एक बार में प्रदर्शित करने की होती हैं
मॉनिटर के मुख्य लक्षण (Main Characterstics of Monitor in hindi)
Monitor kya hai in Hindi जानने के बाद अब हम जान लेते है की मॉनिटर के मुख्य लक्षण क्या होते हैं.
- Refresh rate
- Size
- Resolution
- Dot pitch
- Bandwidth
- Interlaced or non – interlaced
Refresh rate
Refresh Rate यह सुनिश्चित करता हैं की कोई मॉनिटर की display एक सेकंड में कितनी बार रिफ्रेश होती है किसी भी मॉनिटर में Refresh Rate Per Minute Hertz के हिशाब से मापी जाती हैं इसको इसके अलावा fluency aur verticle rate भी कहते हैं
Size
मॉनिटर में साइज़ का बहुत बड़ा रोल होता हैं इसके आकार को लम्बाई और चौड़ाई के हिसाब ने नापा जाता हैं कंप्यूटर का मॉनिटर टीवी की स्क्रीन की तरह होता हैं मोनिओर को डायगोनल इंच के सन्दर्भ में मापा जाता हैं
Resolution
resolution मॉनिटर का एक बहुत महत्वपूर्ण लक्षण हैं क्युकी इसी की वजह से मॉनिटर हमे साफ़ image दिखता हैंमॉनिटर की display के अंदर लाखो की संख्या में pixels होते हैं जो की images को और अधिक details में दिखने में मदद करते हैं
यही छोटे छोटे pixels जब चमकते हैं को image का निर्माण होता हैं जिस मॉनिटर की display में ज्यादा pixels होते हैं उसमे उतना ही अधिक resolution होता हैं
Dot pitch
डॉट पिच मापने की एक तकनिकी होती हैं जिसके द्वारा pixels की बीच की Horizontal दुरी को मापा जाता हैंडॉट पिच को मिलीमीटर में मापा जाता हैं इसको मापने से मॉनिटर की स्पष्ट गुणवत्ता का पता चलता हैं
पर्सनल कंप्यूटर जोम की कलर वाले होता हैं उनकी डॉट पिच की रेंज 0.15 mm से 0.30 mm होती हैं और Dot Pitch को फोस्फोर पिच (Phosphor Pitch) भी कहते हैं
Interlaced or non – interlaced
Interlaycing एक ऐसी तकीनीकी है जो किसी भी मोनिओत को चलने यौग्य बनाती हैं जिससे की वह display अधिक resolution प्रस्तुत कर सके लेकिन इसमें कम पैसे खर्च होते हैं और इसका रेपोंसे टाइम भी कुछ कम होता हैं
Bit Mapping
पहले के समय में आपने वाले मॉनीटर्स में सिर्फ चित्र हे दिखाई देते थे लेकिन आज के समय की जो मोनिओर्स होते है उनमे चित्र के साथ टेक्स्ट भी होता हैं bit mapping एक ऐसी तकनिकी हैं जिससे ग्राफ़िक्स हो display किया जाता हैं और किसी भी आकृति को स्क्रीन में बनाने में मदद करता हैं
डिस्प्ले पद्धति (Video Modes )
आज के समय में टेक्नोलॉजी और display में सुधर होते चले जा रहे हैं और कई नई नई चीजों का अवस्कर होते चला जा रहा हैं और विडियो स्टैण्डर्ड या display पद्धति उसी का हि एक उदहारण हैं-
- विडियो ग्राफ़िक्स ऐरे(Video Graphics Array)
- सुपर विडियो ग्राफ़िक्स ऐरे(Super Video Graphics Array)
- कलर ग्राफ़िक्स एडाप्टर(Colour Graphics Adapter)
- एनहांस्ड ग्राफ़िक्स एडाप्टर(Enhanced Graphics Adapter)
- एक्सटेंडेड ग्राफ़िक्स ऐरे(Extended Graphics Array)
पीसी मॉनिटर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रांड कौन से हैं?
वैसे तो मार्केट में बहुत सारे ब्रांड्स हैं लेकिन यहाँ पर कुछ पोपुलर ब्रांड्स के नाम mention किये गये हैं
- Samsung
- Dell
- AOC
- LG
- Benq
- Philips
- HP
- Asus
- iball
- Acer
- Lenovo
- Zebronics
- Intex
- Frontech
गेमिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ मॉनिटर्स क्या हैं?
- LG Ultragear 27GL650F
- Acer Nitro VG270
- BenQ MOBIUZ EX2510S
- Samsung Odyssey LC27G55T
- AOC 24G2U
- MSI Optix G271
स्ट्रीमिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ मॉनिटर्स क्या हैं?
- Samsung 27 Inch LS27R350FHWXXL
- BenQ 27 Inch GW2780 14
- Lenovo Q-Series 23.8-Inch Q24i-1L
- Samsung 23.5 Inch LC24F390FHWXXL
- Acer 27 Inch HA270 Full HD
- HP M24FWA 23.8-Inch 34Y23AA
- AOC 23.6-Inch C24G1 Curved
काम के लिए सर्वश्रेष्ठ मॉनिटर्स क्या हैं?
- Lenovo L22E 21.5″ IPS
- Acer QG221Q 21.5″ IPS
- Samsung F390FHWXXL Curved 24″ VA
- HP 22FW 21.5″ IPS
- Acer SA240Y 22″ IPS
- BenQ GW2480 24″ IPS
- LG 22MK400H
मॉनिटर के सामान्य आकार क्या हैं?
आज मॉनिटर की मार्किट में छोटे से लेकर बड़े आकर तक के मॉनिटर हैं और मॉनिटर जितने बड़े होते हैं उतना हे उसमे काम करने में आसानी रहती हैं क्योकिंउसमे सबकुछ बड़ा-बड़ा दिखाई देता हैं मॉनिटर की साइज़ निम्न्लिखित हैं
- 15- Inch Monitor
- 19- Inch Monitor
- 21- Inch Monitor
- 23- Inch Monitor
- 24- Inch Monitor
- 27- Inch Monitor
- 30- Inch Monitor
- 35- Inch Monitor
- 40- Inch Monitor
- 60- Inch Monitor
और भी ज्यादा साइज़ में आपको मॉनीटर्स मिल जाते हैं
मॉनिटर के फायदे (Advantage of Monitor in Hindi)
मॉनिटर क्या है?(Monitor kya hain In Hindi) जान लेने के बाद मॉनिटर लेने के कई सारे फायदे हैं जिनके बारे में आपको पता होनी चाइये यदि आप एक नयामॉनिटर खरीदने जा रहे हैं
- CRT मॉनिटर की तुलना में LCD और LED बिजली का कम उपयोग करते हैं
- आजकल के मॉनिटर पहले के मॉनिटर से हलके होते हैं
- आधुनिक मॉनिटर में आपको बड़ी साइज़ के विकल्प मिल जाते हैं
- आजक के मॉनिटर दिखने में काफी स्टाइलिश होते हैं
- मॉनिटर जानकारी को अच्छे से सजा कर graphics की सहायता से प्रस्तुत करता हैं
- आजकल के मॉनिटर किफायती और टिकाऊ होते हैं
- हाई रिफ्रेश रेट होने के कारण बहुत ही smooth experience देते हैं
मॉनिटर के नुकसान (Disadvantage of Monitor in Hindi)
जैसा की हम जानते है की हर सिक्के के दो पहेलु होते हैं ठीक उसी प्रकार मॉनिटर के इतने सारे फायदे होने के साथ साथ इसके नुकसान भी है
- मॉनिटर दिन प्रति दिन एडवांस होने के साथ साथ महेंगे होते जा रहे हैं आज के समय पर मॉनीटर्स के दाम बढ़ते जा रहे हैं जिसके कारण कई लोग कंप्यूटर इस्तेमाल करने से वंचित हैं
- लेद और एलसीडी मॉनिटर की तुलना में करत मॉनिटर काफी भरी और मोटे होता हैं जिसके कारण इन्हें एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता हैं
- LED मॉनिटर ज्यादा गर्म होने पर कलर बदने लगते हैं
- आजकल के मॉनिटर इतने पतले स्लिम होने के कारण गिरने का खतरा रहता हैं
Monitor kya hai in Hindi FAQs
मॉनिटर का दूसरा नाम क्या है?
मॉनिटर का दूसरा नाम विसुअल डिस्प्ले यूनिट(Visual Display Unit) होता हैं
मॉनिटर क्या है in Hindi?
मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस हैं जिसको विसुअल display यूनिट के नाम से भी जाना जाता हैं
मॉनीटर क्या कार्य करता है?
मॉनिटर कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग हैं कंप्यूटर में माउस और कीबोर्ड के द्वारा दिए गये इनपुट कको display में दर्शाता हैं
मॉनिटर क्या है कितने प्रकार के होते हैं?
- CTR (Cathode Ray Tube)
- LCD (Liquid Crystal Display)
- LED (Light Emitting Diode)
- SED (Surface Conducted Electron Emitting Display)
- OLED(Organic Light Emitting Diode)
- Plasma Monitor
- TFT Monitor
निष्कर्ष – मॉनिटर क्या है इन हिंदी(Monitor kya hai in Hindi)
आज हमसे सीखा की मॉनिटर क्या है?(Monitor kya hai in Hindi) मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं(Monitor kitne prakar ke hote hain?) मॉनिटर के प्रकार और कितने तरह के होते हैं ?आज के इस पोस्ट में हमसे आपको मॉनिटर क्या हैं और मॉनिटर के प्रकार के बारे मे विस्तार से बताया हैं? की LED मॉनिटर क्या हैं? LCD मॉनिटर क्या हैं? CRT मॉनिटर क्या हैं? Monochrome मॉनिटर क्या हैं? Greyscale मॉनिटर क्या हैं? इसके साथ-साथ एक अच्छा मॉनिटर कैसे चुने, मॉनिटर के लक्षण और मॉनिटर के फायदे और नुकसान के बारे में details में जानकारी प्राप्त की हैं मुझे उम्मीद हैं की इस आर्टिकल में आपको मॉनिटर क्या हैं और मॉनिटर के प्रकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गयी होगी
मुझे उम्मीद हैं Monitor kya hai in Hindi से सम्बंधित सभी सवालो का जवाब मिल गया हैं और अब आपको गूगल पर Monitor kya hai in Hindi सर्च करने की जरूरत नही पड़ेगी
यदि आपको ये आर्टिकल(Monitor kya hai in Hindi) पसंद आया हो तो अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करे और कोई प्रश्न हो तो नीचे कमेंट्स में बताये
|| जय हिन्द जय भारत ||